Bagheli Singer: MAHESH MISHRA ji (introduction)

बघेली में कई बेहतरीन गाना गाने वाले सिंगर महेश मिश्रा जी के बारे में जानते है विस्तार से उन्ही की जुबानी , और उनके ऑफिसियल यूट्यूब चैनल पर जाने के लिए लिंक पर क्लिक करें 

Mahesh Mishra official



 मैंने संगीत की शुरुआत बचपन से ही की क्योंकि हमारे घर में हमारे बाबाजी गाते थे हमारे बड़े पिताजी गाते थे तो उनसे ही हमने सीखा फिर उसके बाद भातखंडे संगीत महाविद्यालय जबलपुर में मैंने शिक्षा दीक्षा ग्रहण की किंतु पूरी ना हो सकी कारण यह हुआ कि हमारे पिताजी का देहांत 2006 में हो गया और मैं अकेला लड़का था घर में मेरी चार बहने थी घर की सारी जिम्मेदारी होने के कारण पढ़ाई पूरी नहीं हो सकी उसके बाद मैंने प्रोग्राम करना शुरू किए मैंने वृंदावन में रहना प्रारंभ किया और बहुत सारे प्रोग्राम सारे देश में हमने किए कथाओं में बड़े-बड़े वक्ताओं के साथ हमने संगीत की सेवा दी


उसके बाद पूरा भारत हमने घुमा फिर 2012 में हमारी शादी जबलपुर में हुई और शादी के बाद और भी जिम्मेदारियां बढ़ गई जिसके कारण मुझे यही रहना पड़ा बीच-बीच में भागवत कथा भी हम करते थे और यहां पर सावरिया म्यूजिक ग्रुप बनाया रीवा में और उस समय सिर्फ एक ही म्यूजिक ग्रुप रीवा में हुआ करता था मुकेश एंड मुकेश धीरे-धीरे यहीं पर हमें बहुत सारे प्रोग्राम मिलने लगे बीच-बीच में जहां कहीं कथा करने के लिए बुलाया जाता था तो हम जाते थे


फिर हमने बघेली भाषा में काम करना भी प्रारंभ किया क्योंकि बघेली हमारी मातृभाषा है बघेली में हमने सबसे पहला गाना जो किया आदरणीय बिंद के जाने-माने कवि अनमोल  बटरोही  जी का लिखा गीत अंजुरी भर प्यार 3-5 चैनल से रिलीज हुआ उसके बाद लखन जी ने एक गीत लिखा धन्य है विंध्य की भूमिया रे धन्य है बिंद के अमृतवाणी यह गीत मैंने गाया और बहुत सारे गीत हमने जैसे जय हो चिरहुला नाथ से गीत मैंने ही लिखा दीपक पटेल के चैनल से और रीवा जिला महान एक गीत जिसको जिसमें हमने अपने बिंद के बारे में बताया

कलाकार के विशेष गुण के बारे में 

कलाकार को हमेशा पानी की तरह होना चाहिए जैसा पात्र हो वैसा बन जाना चाहिए जिस तरह से पानी को लौटे में डाल दिया जाए या बाल्टी में डाल दिया जाए उसी में ढल जाता है और दूसरी सबसे बड़ी बात यह है की कला संगीत या कोई भी हुनर अगर मनुष्य के अंदर है तो उसमें अहंकार का भाव नहीं होना चाहिए क्योंकि अगर अहंकार मनुष्य के अंदर आ गया तो कला का पतन हो जाता है क्योंकि इस जीवन में संसार में हमें जो कुछ भी दिया है उस मालिक ने दिया है और हमें उसका प्रचार समझकर कला का उपयोग करना चाहिए


एक गीत मैंने और बहुत अच्छा लिखा था जिसमें डायरेक्शन गायन और एक्टिंग सब कुछ मैंने किया था और आप सब का उसमें बहुत प्यार मिला गुरतुल लगे होई जस गुड के भेलि पराई काने मा  जब आपन बघेली


 मेरे जीवन में कठिनाइयां बहुत ही हर व्यक्ति के जीवन में होती है और होनी भी चाहिए कठिनाइयों से निकलकर ही मनुष्य कुंदन बनता है मेरे पिताजी बहुत ही सज्जन और बहुत ही सरल स्वभाव के थे कोई जवाब उनके पास नहीं था खेती किसानी करते थे बहुत गरीबी स्थिति थी माताजी ने हम सबको बड़े संस्कार से बड़े लाड प्यार से पाला और मेरा कच्चा मकान था मेरे घर में साइकल एक छोटी सी टूटी फूटी थी धीरे-धीरे जैसे ही मैं कुछ जानकार हुआ और संगीत के क्षेत्र में कुछ प्रोग्राम के बाद पैसे मिलने लगे तो धीरे-धीरे हमने अपने जीवन को उठाने का प्रयास शुरू किया किंतु उसी समय ऐसी दुर्घटना हो गई कि हमारे पिताजी का स्वास्थ्य खराब हुआ और वह गुजर गए उनका स्वर्गवास हो गया जिस कारण से मैं डिप्रेशन में चला गया लेकिन मेरी चार बहने थी माताजी थी सबकी जिम्मेदारी मेरे ऊपर थी तो मैंने अपने आप को संभाला और कार्य करना शुरू किया भगवान की ऐसी कृपा हुई कि खूब पैसे कमाए को भगवान ने धन दिया खूब सम्मान दिया और फिर बहनों का विवाह किया हमने अपना विवाह किया घर बनवाया हो गाड़ियां खरीदी हो फोर व्हीलर टू व्हीलर ली भगवान ने सब कुछ दिया जो हमारे जीवन में नहीं था आज आप सब की कृपा से स्वर कृपा से हमारे पास वह सब कुछ है जो एक मनुष्य को औसतन चाहिए और मैं बहुत खुश हूं आज हमारे दो बच्चे हैं एक का नाम कृष्ण मिश्रा है एक का नाम बलराम मिश्रा है और एक बड़ी बेटी है कुमुद मिश्रा

सिंगर महेश मिश्रा जी ने अपने फैंस से पूछा अहम सवाल 

 एक हमारे जीवन में हमारे दिमाग में हमेशा से प्रश्न था और वह हमें अपने जनता जनार्दन से पूछना चाहूंगा जो मनुष्य परेशान होता है या किसी अच्छी चीज को समझ नहीं पाता अपने बारे में कोई निष्कर्ष नहीं ले पाता तो उसे अतीश पर या तो जनता से पूछना चाहिए क्योंकि जनता ही जनार्दन होती है मैं आप लोगों से आशीर्वाद जिस तरह से मिल रहा है हमें तो आप ही हमारे ईश्वर हैं आप सब से मैं एक चीज पूछना चाहूंगा तो मनुष्य को क्या करना चाहिए मैं हमेशा परेशान होता हूं कि मैं गाने भी गाता हूं प्रोग्राम करता हूं एक्टिंग का भी कीड़ा है कथा भी करता हूं और बहुत सारे काम करने का हुनर हमारे में ईश्वर ने डाला है लेकिन हमारे मित्र हमेशा कहते हैं कि आप आप सिर्फ भजन गाए और कथा करें बाकी कुछ मत करें और मेरा मुझे ऐसा लगता है कि बाकी का जो हुनर है वह कहीं दब जाएगा तो मुझे क्या करना चाहिए आप सब आश्वासन दिया करें और हमें बताने का प्रयास करें क्योंकि हम अभी भी सीखना चाहते हैं क्योंकि मनुष्य को जीवन भर सीखते रहना चाहिए

Comments

  1. Aap comedy ke supar star hi ap ke aabaj me hi jadu hi sab karte rahiye bhaiya

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