आशीष अकेला पंचू बघेली सिंगर एण्ड राइटर
बघेली के प्रसिद्ध सिंगर आशीष अकेला पंचू जी ने पूरे लाकडाउन में अपने फैंस को प्रतिदिन नये गाने अपने यूट्यूब चैनल और फेसबुक पेज पर रिलीज करके एक नया कीर्तिमान स्थापित किये है.
आशीष अकेला पंचू जी हमेशा से ही अपने फैंस को नये गाने सुनाने के लिए सुर्खियों में रहते हैं आज के समय में इनके फैंस पूरे भारत वर्ष में विद्यमान है इनसे गाने के मामले में कोई भी और किसी भी मैटर पर चंद मिनट में गाना सुन सकता है.
इन्हें माता सरस्वती जी का विशेष आशिर्वाद मिला है कि आदमी के बोलते बोलते ये गाना बनाकर सुना देते हैं विंध्य प्रदेश के लिए इन्होंने कई गाने लिखे हैं और गाने को गाए भी है वैसे ये मंचों पर भी गाने के लिए विख्यात है. वर्तमान समय में ये बालीवुड, और बघेलीबुड के फिल्मों के लिए गाने और कहानी लिखने में व्यस्त है,
बघेली फिल्म प्रीत के बंधन में इनके गाने सुने जा सकते हैं और इनकी 5 फिल्मे रजिस्टर्ड हो रखीं है जिनपर लाकडाउन के बाद काम शुरू होगा
सभी फनकारो की अपील सरकार से:
आशीष अकेला पंचू जी सहित विंध्य प्रदेश के सभी कलाकारों ने मध्यप्रदेश सरकार से प्रार्थना किये है कि इस वैश्विक महामारी पर उनके रोजगार के लिए कोई साधन उपलब्ध नहीं है क्योंकि हर जगह लाकडाउन चल रहा है. इस लिए जितने भी तरह के कलाकार है चाहे वो गायकी करते हो या वादन करते हैं या नाटक अथवा ड्रामा करते हो या अन्य किसी विधा से जीवको पार्जन करते हैं वो सभी इस समय असुरक्षित और बेरोजगार होकर घर पर बैठे है जिससे कि वो अपने आप को मजबूर समझ रहे हैं. अत: सभी कलाकारों ने शाशन और प्रशासन से सहायता की मांग करते हुए
उनको इस मुद्दे पर ध्यान देने की अपेक्षा करते हैं.
इन्हें माता सरस्वती जी का विशेष आशिर्वाद मिला है कि आदमी के बोलते बोलते ये गाना बनाकर सुना देते हैं विंध्य प्रदेश के लिए इन्होंने कई गाने लिखे हैं और गाने को गाए भी है वैसे ये मंचों पर भी गाने के लिए विख्यात है. वर्तमान समय में ये बालीवुड, और बघेलीबुड के फिल्मों के लिए गाने और कहानी लिखने में व्यस्त है,
सभी फनकारो की अपील सरकार से:
आशीष अकेला पंचू जी सहित विंध्य प्रदेश के सभी कलाकारों ने मध्यप्रदेश सरकार से प्रार्थना किये है कि इस वैश्विक महामारी पर उनके रोजगार के लिए कोई साधन उपलब्ध नहीं है क्योंकि हर जगह लाकडाउन चल रहा है. इस लिए जितने भी तरह के कलाकार है चाहे वो गायकी करते हो या वादन करते हैं या नाटक अथवा ड्रामा करते हो या अन्य किसी विधा से जीवको पार्जन करते हैं वो सभी इस समय असुरक्षित और बेरोजगार होकर घर पर बैठे है जिससे कि वो अपने आप को मजबूर समझ रहे हैं. अत: सभी कलाकारों ने शाशन और प्रशासन से सहायता की मांग करते हुए
उनको इस मुद्दे पर ध्यान देने की अपेक्षा करते हैं.
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