Bagheli Singer Manya Pandey | BAGHELI LOK SANGEET GAYIKA मान्या पाण्डेय
विंध्य प्रदेश की बेटी बालकलाकार मान्या पाण्डेय (MANYA PANDEY ) ने पूरे भारत में अपनी गायकी का परचम लहराया।
इन दिनों मान्या पाण्डेय के द्वारा गाये हुए बघेली के लोक संस्कृत गीत सोशल मीडीया पर काफी वायरल हो रहे है। गीत को सुनने के बाद सभी यह जानना चाहते है की मान्या पाण्डेय कौन है। और इतनी कम उम्र में गायकी में कैसे कदम रखा और अपने दम पर पूरे भारत में अपना स्थान कैसे बना लिया। तो आइये जानते है बालकलाकार मान्या पाण्डेय (MANYA PANDEY ) के बारे विस्तार से :-
बालकलाकार मान्या पाण्डेय का जीवन परिचय
1- कुमारी मान्या पाण्डेय
2 - जन्मतिथि- 17 सितम्बर 2010
3- पिता का नाम- अखिलेश पाण्डेय
4- माता का नाम- आराधना पाण्डेय
5- बहन का नाम- रम्या पाण्डेय
6-वर्तमान पता निवास-शास्त्री नगर सीधी
मो.न.7089620900
7- स्थाई पता- ग्राम/पोस्ट-भरतपुर,जिला-सीधी म.प्र.
8- शिक्षा- कक्षा 4, गांधी हाई स्कूल,सीधी
9- कला के क्षेत्र में योगदान
मध्य प्रदेश के सीधी जिले के रामपुर नैकिन तहसील के अंतर्गत ग्राम भरतपुर में वर्ष 2010 में जन्मी बालकलाकार मान्या पाण्डेय का बचपन से ही संगीत के प्रति लगाव था। टेलीवीजन में बजने वाले गानों को वह हूु बहू गाने लगती थी। संगीत के प्रति उनका लगाव देखते हुये उनके पिता अखिलेश पाण्डेय,जिले के वरिष्ठ पत्रकार ने उसे बघेली लोकगीत की शिक्षा देने लगे और वह वर्ष 2015 में सीधी में आयोजित 111 दिवसीय महाउर महोत्सव मे बघेली बोली में स्वागत गीत एवं महाउर महोत्सव गीत की प्रस्तुती की । जिसे देश एवं प्रदेश भर से आये कलाकारों ने काफी सराहा और महज 5 (FIVE) वर्ष की नन्ही बच्ची स्वयं से हारमोनियम बजा कर,गीत प्रस्तुत करने पर सबके सब कलाकार चकित रह गये और बालकलाकार में कला की प्रतिभा को देख कर सभी ने प्रसन्नसा व्यक्त की और तभी से लोकसंगीत के साथ उनका सफर चल पड़ा।
वर्ष 2015 से लेकर अब तक मान्या पाण्डेय ने करीब रीवा,शहडोल संभाग सहित प्रदेश भर में करीब 65 से ज्यादा शासकीय एवं अशासकीय आयोजनों में अपने गीतों की प्रस्तुती कर चुकी है और अब तक उनके द्वारा बघेली संस्कारगीतों की करीब 107 गानों की रिकार्डिगं कर चुकी हैं। मतदाता जागरूकता अभियान को लेकर बघेली बोली में विन्ध्य क्षेत्र में पहला गाना मान्या पाण्डेय के द्वारा ही विधानसभा चुनाव 2018 में गया। जिससे प्रभावित होकर मध्य प्रदेश निर्वाचन आयोग व्दारा उनके 5 गाने मतदाता जागरुकता अभियान के लिए चयनित कर विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव में रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, उमारियां,अनूपुर काफी सुना एवं पसंद किया गया।
#मान्या पाण्डेय को निर्वाचन आयोग ने मतदाता जागरुकता अभियान के लिए सीधी जिले का ब्राडऐम्बेसर भी बनाया गया। मान्या पाण्डेय के व्दारा मतदाता जागरूकता अभियान को लेकर अब तक करीब 8 गानें रिकार्ड किये जा चुके हैं। जिसे लोगों ने काफी पसंद किया है। मान्या पाण्डेय स्वयं हारमोनियमं बजा कर बघेली लोकगीत गाती हैं।
महज 9 वर्ष मान्या पाण्डेय पूरे विन्ध्य क्षेत्र की सबसे कम उम्र की लोक गायिका बन गई है और इस दौरान बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओं, स्वच्छ भारत अभियान, मतदाता जागरूकता अभियान,पानी बचाओ अभियान,वृक्षा रोपण अभियान सहित अन्य शासकीय कार्यक्रमों में सहभागिता निभा चुकी हैं। मान्या पाण्डेय सबसे कम उम्र की लोक कलाकार है और अपनी पढ़ाई के कारण वह ज्यादा स्टेज शो नही कर पाती। सबसे प्रमुख बात यह है कि उन्हे वघेली लिखना व पढ़ना अच्छे से नही आता फिर भी उन्हे सौ से ज्यादा बघेली लोकगीत याद है।
वह एक बार जो गाना व धुन सुन लेती है वह उनको याद हो जाता है। मान्या पाण्डेय के पिता दैनिक जागरण सीधी के व्यूरो चीफ एवं एक अच्छे समाज सेवी है और उनको लोकगीत व गीतों से कोई लगाव व रूचि नही थी। किन्तु वेटी की लोक कला के प्रति रूचि को देखते हुये।अब वह बघेली लोक गीत लिखने के साथ-साथ मान्या पाण्डेय को गीत तैयार कराने में पूरा समय देते है।
मान्या पाण्डेय की माता राजनीति से जुड़ी हुई है और वह जिला पंचायत सीधी में कृषि समिति की अध्यक्ष रह चुकी है। कार्यो की व्यस्तता के बाद भी अपनी वेटी को भरपूर समय देती है। मान्या पाण्डेय के परिवार में कोई भी व्यक्ति कलाकार नही था और न ही कला के प्रति कोई रूचि ही थी। किन्तु मान्या पाण्डेय की प्रतिभा देखकर,सब सहयोग प्रदान कर रहे है। जिस परिवार में लोककला व कला से किसी का प्रेम नही था। वहां इस नन्ही सी विटिया की लोककला के प्रति लगाव देखकर, सब साथ निभा रहे है और उसे आगे बढ़ाने में मदद कर रहें है।
10- अब तक मिले सम्मान
बालकलाकार मान्या पाण्डेय को सबसे पहला सम्मान महाउर लोककला महत्सव सीधी में 2015,सोनभद्र कला सम्मान 2016, महाउर सम्मान 2016, विन्ध्य षिखर सम्मान 2016, दैनिक जागरण षिखर सम्मन 2017, विन्ध्य कला सम्मान 2017, राष्टीय कला महोत्सव 2017, भारत रक्षा कला सम्मान 2017, तुलसी सम्मान 2017, लोकला षिखर सम्मान 2017, एकात्म यात्रा सम्मान 2018, आदिवासी कला सम्मान 2018, सीधी लोकोत्सव सम्मान 2018, बाणभट्ट कला सम्मान 2018 स्वतंत्रता दिवस समारोह 2018 में जिला प्रशासन द्वारा कला सम्मान से सम्मानित किया गया।
इसके साथ जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा मतदाता जागरूकता अभियान पर राष्टीय मतदाता दिवस 2018 में सम्मानित किया गया। वर्ष 2019 में मोगली कला सम्मान,प्रज्ञा कला सम्मान,तुलसी लोककला सम्मान,विन्ध्य कला सम्मान एवं आदिवासी गीत सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है।
वर्तमान समय पर मान्या पाण्डेय वेटी बचाओ,वेटी पढ़ाओ अभियान पर काम कर रही है।
सबसे खास बात यह है की मान्या पांडेय ने अपना यूट्यूब चैनल भी अपने नाम से बना रखा है। जिससे उनके फैंस को उनके गाने सुनने के लिए किसी तरह की परेशानी न उठानी पड़े। मान्या पांडेय के यूट्यूब चैनल पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर सकते है।
Very nice, bagheli cute manya panday.
ReplyDeleteThanks
DeleteBadhte rho gate raho my cute sister.
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