भारत लोक दर्शन (BHARAT LOK DARSHAN) में ग्रामीण संस्कृत का संरक्षण एवं पारंपरिक लोक दर्शन
भारत लोक दर्शन (BHARAT LOK DARSHAN) में ग्रामीण संस्कृत का संरक्षण एवं पारंपरिक लोक दर्शन, लोककला, लोकगीत, लोककथा , लोकवार्ता, लोकवाद्य, लोकरीत, इत्यादि का संग्रह करके आने वाली पीढ़ी को भारत के लोक का दर्शन विरासत के रूप में उपलब्ध कराना अर्थात अपनी भारतीय संस्कृति को विलोपित होने से बचाना।
भारत (इंडिया) के सभी राज्यों में क्षेत्रगत अपनी अपनी लोक कलाये तथा क्षेत्रीय बोली लोकगीत, लोकसंगीत परम्पराये विद्यमान है परन्तु आज पाश्चात्य संस्कृति की नक़ल में लोग भारतीय संस्कृति को नगण्य समझने लगे है धीरे धीरे भारतीय संस्कृति की बहुत सी चीजे विलुप्त होने के कगार पर भी पहुंच चुकी है ऐसी विषम परिस्थित में बघेलखण्ड के सपूतो ने बघेली बोली के लोकगीत, विवाह गीत, सोहाग गीत, विदाई गीत, दादरा गीत, लोक भजन इत्यादि का संग्रह इंटरनेट के माध्यम से एक यूट्यूब चैनल बनाकर सबको सुरक्षित और व्यवस्थित करने का जो नेक काम किया है वो सराहनीय है।
youtube में आज हर कोई कुछ न कुछ ढूढता जरूर है परन्तु वो चीजें मिलती तभी है जब कोई बुद्धजीवी उस चीज को पहले से भाँप जाता है की इसकी जरूरत किसी न किसी को पड़ेगी जरूर , और वो उस चीज को youTube में संरक्षित कर देता है और ढूढ़ने वाले को अमुक चीज मिल जाती है ऐसे ही बघेलखण्ड के सपूत - नरेंद्र सिंह, और नीरज कुंदेर (सीधी) ने youTube में BHARAT LOK DARSHAN नाम से एक चैनल बना कर बघेली बोली की बहुत सारी लोकगीत, विवाह गीत, सोहाग गीत, विदाई गीत, दादरा गीत, लोक भजन इत्यादि का संग्रह किये है जिनमे अलग अलग कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी है
५ लाख ४७ हजार के लगभग चैनल में सब्सक्राइबर्स है जो एक महत्त्व पूर्ण बात साबित करती है चैनल में करीब 700 के आसपास वीडियो है इतना बड़ा संग्रह मायने रखता है
गायिका के रूप में बहुत ज्यादा नाम उपलब्ध न होने के कारण कुछ नाम ही प्रकासित किये जा रहे है , रूपा सिंह , कोमल सिंह , करुणा सिंह , आकृति सिंह , नेहा सिंह , प्रीती सिंह , प्रभा सिंह , ललिता सिंह , शशी प्रजापती ,ज्योतिमा एव साथी , इंद्रवती लोक कला ग्राम लकोंडा के कलाकार , इंद्रवती नाटक सीधी के कलाकार , इंद्रवती लोक कला ग्राम बकवा के कलाकार , इंद्रवती लोक कला ग्राम हस्तिनापुर के कलाकार, इत्यादि।
baghelkhand (बघेलखण्ड ) में बघेली बोली को लेकर बहुत से नवयुवक इसके मान और प्रतिस्ठा को बढ़ाने के लिए कार्य कर रहे है धीरे धीरे यह प्रयास सार्थक रूप में परिवर्तित हो रहा है इसके अच्छे परिणाम हमें एक -दो वर्ष में देखने को मिल जायेगे हमारी वेबसाइट भी उन सभी नवयुवक के प्रयासों को सफल बनाने के लिए प्रयासरत है।
पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए धन्यवाद
इस तरह की जानकारी पाने के लिए आप हमारी वेबसाइट पर विजिट कर सकते है।
बहुत शानदार
ReplyDeleteधन्यवाद
Deleteबघेली गीत एवं लोक कलाओं को सहेजने का भागीरथी प्रयास निश्चित ही अदभुत एवं सराहनीय है।
ReplyDeleteधन्यवाद
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