भारत लोक दर्शन (BHARAT LOK DARSHAN) में ग्रामीण संस्कृत का संरक्षण एवं पारंपरिक लोक दर्शन

भारत लोक दर्शन (BHARAT LOK DARSHAN) में ग्रामीण संस्कृत का संरक्षण एवं पारंपरिक लोक दर्शन, लोककला, लोकगीत, लोककथा , लोकवार्ता, लोकवाद्य, लोकरीत, इत्यादि का संग्रह करके आने वाली पीढ़ी को भारत के लोक का दर्शन विरासत के रूप में उपलब्ध कराना अर्थात अपनी भारतीय संस्कृति को विलोपित होने से बचाना। भारत (इंडिया) के सभी राज्यों में क्षेत्रगत अपनी अपनी लोक कलाये तथा क्षेत्रीय बोली लोकगीत, लोकसंगीत परम्पराये विद्यमान है परन्तु आज पाश्चात्य संस्कृति की नक़ल में लोग भारतीय संस्कृति को नगण्य समझने लगे है धीरे धीरे भारतीय संस्कृति की बहुत सी चीजे विलुप्त होने के कगार पर भी पहुंच चुकी है ऐसी विषम परिस्थित में बघेलखण्ड के सपूतो ने बघेली बोली के लोकगीत, विवाह गीत, सोहाग गीत, विदाई गीत, दादरा गीत, लोक भजन इत्यादि का संग्रह इंटरनेट के माध्यम से एक यूट्यूब चैनल बनाकर सबको सुरक्षित और व्यवस्थित करने का जो नेक काम किया है वो सराहनीय है। youtube में आज हर कोई कुछ न कुछ ढूढता जरूर है परन्तु वो चीजें मिलती तभी है जब कोई बुद्धजीवी उस चीज को पहले से भाँप जाता है की इसकी जरूरत किसी न किसी...